Art Fragrance 2016 Issue-1st & 2nd Vol-II |
Sr. No. |
Author |
Paper Title |
Page No. |
Pdf |
1 |
Ms. Anuja |
तबले के पश्चिमी बाज के दिल्ली घराने का बदलता स्वरूप |
1-3 |
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2 |
Ms. Aparna Dewadi |
दृष्टिहीन बालको के जीवन में संगीत की उपादेयता |
4-5 |
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3 |
Dr. Anita Rani |
राग और रंग |
6-7 |
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4 |
Ms. Garima Pancholi |
सांगीतिक घरानों के विकास में संस्थागत शिक्षण की भूमिका |
8-9 |
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5 |
Ms. Garima Parik |
भारतीय ज्योतिष में संगीत का प्रयोगात्मक अध्ययन |
10-16 |
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6 |
Dr. Geeta Sharma |
मानव जीवन में तालों का मनोवैज्ञानिक प्रभाव |
17-20 |
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7 |
Dr. Jaya Sharma |
गुरू शिष्य परम्परा घराना एवं वर्तमान समय में उसकी आवश्यकता |
21-22 |
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8 |
Dr. Mohini Mehrotra |
रागदारी संगीत के चिकित्सकीय प्रभाव |
23-26 |
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9 |
Dr. Nibhi Sharma |
Importance of Music in Life |
27-29 |
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10 |
Ms. Niyati Singh |
Sarangi on The Verge of Extinction |
30-32 |
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11 |
Ms. Pratibha Pareekh |
पं. हीरालाल शास्त्री के लोकगीतों में नारी उत्थान |
33-34 |
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12 |
Mr. Nabajeet Narayan |
भारतीय संगीत के प्रमुख गजवाद्य एक अध्ययन |
35-38 |
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13 |
Dr. Praveen Saini |
संगीत में ताल शब्द की परिभाषा एवं व्यापकता |
39-41 |
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14 |
Ms. Rekha Jain |
संगीत और गणित का सह-सम्बन्ध |
42-43 |
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15 |
Ms. Rashmi Deondi |
उत्तराखण्ड के लोक संगीत में प्रयुक्त लोकवाद्य टोल पर बजने वाली तालों का परिचय |
44-47 |
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16 |
Dr. Sarabjeet Kaur |
काफी ठाठ का ऐतिहासिक विवेचन प्राचीन काल के सन्दर्भ में |
48-51 |
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17 |
Ms. Ujjawal S. Kadode |
'विज्ञापन' की व्यावसायिक सत्ता |
52-54 |
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18 |
Pt. Vijay Shankar Mishra |
वर्तमान संगीत शिक्षा की शिक्षण पक्तियां एवं तकनीकियां |
55-58 |
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19 |
Ms. Yakshita Verma |
संगीत शिक्षण की परम्परा एवं महत्व |
59-60 |
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